भारत के टॉप साइंस कॉलेज। वर्तमान समय में हर किसी की मंशा होती है की वह अच्छी नौकरी पाए या जीवन में सफलता हासिल करे । इसलिए सभी छात्रों का ज्यादातर लक्ष्य होता है की वह 12वी के बाद भारत के टॉप साइंस कॉलेज में प्रवेश ले और अपने जीवन के लक्ष्य को पूरा कर सके। जब छात्र अपने अच्छे भविष्य के लिए कॉलेज की तलाश शुरू करते है तो उनकी मंशा रहती है की वो भारत के सबसे अच्छे कॉलेज में अपना एडमिशन कराये और उनके माता-पिता भी यही चाहते है की उनका बेटा-बेटी बेहतर से बेहतर कॉलेज में पढाई करे ।
आज हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से Top Science College in India की जानकारी प्रदान करेंगे। जिससे आपके बच्चे का भविष्य उज्ज्वल हो और उसे जीवन में सफलता प्राप्त हो। तो आइये जानते है भारत के टॉप साइंस कॉलेज कौन-कौन से है।
भारत के टॉप साइंस कॉलेज की लिस्ट
यह सभी कॉलेज भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान, गणित और कंप्यूटर विज्ञान सहित विज्ञान पाठ्यक्रमों की एक विस्तृत श्रृंखला को उपलब्ध करवाते हैं। उनके पास मजबूत रिसर्च प्रोग्राम भी हैं और यह सब कॉलेज आपको जीवन में अच्छे से सफल होने में मदद करते है।
क्रम | कॉलेज का नाम | स्थापना |
1. | हिन्दू कॉलेज, दिल्ली ( Hindu college, Delhi ) | 1899 ई. |
2. | मीरांडा हाउस, दिल्ली ( Miranda House, Delhi ) | 1948 ई. |
3. | मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज ( Madras Christian college ) | 1837 ई. |
4. | सेंट स्टीफेंस कॉलेज, दिल्ली ( St. Stephen’s college, Delhi ) | 1881 ई. |
5 | लोयोला कॉलेज, चेन्नई ( Loyola college, Chennai ) | 1925 ई. |
6. | क्राइस्ट यूनिवर्सिटी ( Christ University ) | 1969 ई. |
7. | सेंट ज़ेवियर कॉलेज, कोलकाता ( St. Xavier college, Kolkata ) | 1860 ई. |
8. | सवाई मान सिंह मेडिकल कॉलेज, जयपुर ( Sawai Man Singh Medical College, Jaipur ) | 1947 ई. |
9. | श्री वेंकटेश्वर कॉलेज, दिल्ली ( Sri Venkateshwara college, Delhi ) | 1961 ई. |
10. | डीएवी कॉलेज, चंडीगढ़ ( DAV college, Chandigarh ) | 1959 ई. |
अपने लिए सही साइंस कॉलेज कैसे चुनें?
अगर आप भारत के टॉप साइंस कॉलेज चुन रहे है तो निचे दी गई सभी बातों को जरुर ध्यान में रखिये। इससे आपको अच्छा साइंस कॉलेज चुनने में आसानी रहेगी:-
- आपकी रूचि – कॉलेज चुनते समय यह ध्यान रखे की विज्ञानं के जिस क्षेत्र में आपको ज्यादा रूचि है, आप जो कॉलेज चुन रहे है उसमे कॉलेज का विशेष ध्यान है की नहीं।
- अपने अंक का आंकलन करे – कॉलेज में प्रवेश लेते समय यह ध्यान जरुर रखे की आपको 12वी में कितने प्रतिशत अंक आये है, क्योकि कुछ कॉलेज की कट ऑफ बहुत ज्यादा होती है।
- अपनी आर्थिक स्थिति को समझे – कॉलेज चुनते समय यह जरुर गौर करे की कॉलेज की ट्यूशन-फी कही इतनी ज्यादा तो नहीं की आप उसको भर ही ना पाए। इसलिए सभी कॉलेज का अच्छे से मूल्यांकन कर ले की कौनसा साइंस कॉलेज आपकी जेब पर भारी पड़ेगा और कौनसा सस्ता।
- कॉलेज की जगह – इस बात पर विशेष ध्यान रखे की जो कॉलेज आप चुन रहे है यह वह कॉलेज बड़े शहरों में स्थित है या फिर छोटे शहर में क्योकि इससे आपको बाकि सुविधाओ पर भी असर पड़ेगा।
भारत के टॉप साइंस कॉलेज से क्या अपेक्षा करें?
भारत में मौजूद सभी साइंस कॉलेज आपको कठोर शैक्षणिक कार्यक्रम की प्रणाली को प्रदान करते है। हर साइंस कॉलेज आपको हमेशा स्वतंत्र अध्ययन और हमेशा ही आपसे चुनौतीपूर्ण पाठ्यक्रम लेने की अपेक्षा की जावेगी। इन सभी भारत के टॉप साइंस कॉलेज में आपको अनुसंधान परियोजनाओं और इंटर्नशिप में भाग लेने के सैकड़ो अवसर प्रदान करेंगे।
Top Science College in India में आपको शैक्षणिक पढ़ाई के अलावा कॉलेज की अन्य गतिविधियों में भी शामिल होने का अवसर मिल पाता है, जैसे खेल-खुद, संगीत या फिर छात्र संघठन राजनीती में शामिल होना।
भारत में साइंस अध्ययन करने के फायदे
- जब आप साइंस का अध्ययन करते है तो आपकी तर्क शक्ति का विकास होता है और आप जीवन में आने वाली कठिनाइयों को वैज्ञानिक तरीके से सुलझाने की क्षमता का विकास कर पाते है।
- विज्ञान विषय का अध्ययन करने से आपको भारत के श्रेठ वैज्ञानिको का सानिध्य प्राप्त होता है, और इससे आपको भारत की उन्नत और बेहतरीन क्षेत्रों में अपनी पहचान बनाने का मौका मिलता है।
- साइंस लेने से आपकी अंग्रेजी भाषा शैली में बहुत अच्छा सुधार होता है, क्योकि साइंस की ज्यादातर किताबे अंग्रेजी में ही होती है।
- भारत में साइंस विषय पढ़ने वाले छात्र आगे चलकर किसी भी क्षेत्र में अपना करियर बना सकते है, जबकि कोमर्ष और आर्ट्स के छात्र कभी भी विज्ञान में अपना करियर नहीं बना सकता है।
- साइंस का अध्ययन करने वाले छात्र को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने में मदद मिलती है।
- साइंस के छात्र भविष्य में डॉक्टर बन सकते है, और समाज की अच्छी सेवा करते है।
- साइंस के छात्रों का अपनी शिक्षा के बाकि विषयं में भी अच्छा प्रदर्शन होता है, जिससे उसके अध्ययन का स्तर बढ़ता है।