क्षत्रिय आंदोलन गुजरात | Rajputs demonstrated against Purushottam Rupala, गत दिनों में गुजरात की सत्तारूढ़ पार्टी के मंत्री पुरषोत्तम रूपाला ने राजपूत महिलाओं पर अभद्र टिप्पणी की थी, उनकी इस टिप्पणी से राजपूतों में भयंकर रोष है, और होगा भी क्यों नही । अगर कोई व्यक्ति आपके समाज की लज्जा और आन पर उंगली उठाएगा तो आपमें क्रोध का ज्वालामुखी फटना स्वाभाविक होता है ।
जब से रूपाला ने वो टिप्पणी की थी, तभी से राजपूत समाज ने विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया था, और पुरुषोत्तम रुपाला की लोकसभा टिकट को रद्द करने की मांग कर रहा था, किंतु बीजेपी ने अपनी और से कोई बयान नहीं दिया और ना ही रूपाला पर कोई कार्यवाही की थी । इसलिए राजपूतों ने राजकोट में एकत्रित होकर रूपाला को हटाने के लिए 19 अप्रैल तक लास्ट अल्टीमेटम दिया है अन्यथा आंदोलन और अधिक तेज होगा ।
Rajputs demonstrated against Purushottam Rupala – गुजरात में राजपूतों का आन्दोलन
गुजरात के राजकोट में क्षत्रियों ने अपने कार्यक्रम में पुरुषोत्तम रुपाला को हटाने की मांग रखी, और कहां की जब तक बीजेपी रूपाला को अपने पद से निस्काशित नही करती और उनका टिकट नहीं काटती । तब तक राजपूत बीजेपी का विरोध करेंगे एवम् आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी की किसी भी सभा में नही जायेंगे।
राजपूतों का गुजरात में शक्तिप्रदर्शन में करीब 5 लाख से अधिक संख्या में जनबल शामिल था, सभी ने एकसाथ मिलकर पुरुषोत्तम रुपाला के खिलाफ प्रदर्शन किया और उनको हटाने की शपथ ली ।
राजपूत समाज ने रखी पुरुषोत्तम रुपाला को हटाने की मांग
राजकोट में राजपूत समाज ने भारी संख्या में पहुंच कर अपना विरोध दर्ज किया । आंदोलन को संबोधित करते हुवे श्री राजपूत करणी सेना के राष्ट्र अध्यक्ष – श्री महिपाल सिंह मकराना ने कहां “जब तक पुरुषोत्तम रुपाला को बीजेपी निकाल नही देती और उनका टिकट नहीं काट देती, राजपूत समाज बीजेपी का विरोध करता रहेगा और लोकसभा चुनाव में पार्टी के किसी भी सदस्य की सभा में नही शामिल होगा” । यह शपत सभा में मौजूद सभी राजपूतों ने एकसाथ ली ।
राजकोट में राजपूतों का प्रदर्शन के संशिप्त बिंदु
- राजपूतों द्वारा पुरुषोत्तम रुपाला की निस्काशन की मांग रखी गई।
- लोकसभा चुनाव में रूपाला की टिकट काटी जाएं।
- जब तक निष्कासन नही होगा राजपूत विरोध और आंदोलन करते रहेंगे ।
इधर राजस्थान में भी पुरुषोत्तम रुपाला का विरोध शुरू हो चुका है, कांग्रेस के कद्दावर मंत्री रहे प्रताप सिंह खाचियावास ने भी राजपूत महिलाओं के खिलाफ टिप्पणी करने वाले रूपाला पर विरोध दर्ज किया, और बीजेपी पर भी तीखा प्रहार किया ।