राजगढ़, राजस्थान | राजगढ़ राजपूत सभा द्वारा आयोजित 9वें प्रतिभा सम्मान समारोह में शिक्षा के प्रचार-प्रसार और पूर्वजों के संस्कारों को अक्षुण्ण बनाए रखने का संदेश दिया गया। समारोह में करीब 250 प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं को प्रमाण पत्र और प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री, विधायकों, और अधिकारियों ने समाज की एकजुटता के महत्व पर जोर दिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ, जिसमें मुख्य अतिथि पूर्व केंद्रीय मंत्री महाराज जितेंद्र सिंह, सादुलपुर राजगढ़ विधायक मनोज न्यांगली, बानसूर विधायक देवी सिंह शेखावत, तहसीलदार बीपी सिंह, और युवा भाजपा नेता अभिमन्यु सिंह राजवी समेत कई गणमान्य अतिथि शामिल हुए।
राजपूत समाज का 9वां प्रतिभा सम्मान समारोह में समाज को एकजुट रखने की अपील
कार्यक्रम में पूर्व केंद्रीय मंत्री महाराज जितेंद्र सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि राजपूत समाज की जो पहचान और सम्मान अन्य समाजों के बीच स्थापित है, उसे बनाए रखना आज की युवा पीढ़ी की जिम्मेदारी है। उन्होंने युवाओं को शिक्षा के साथ संस्कारों का महत्व समझाते हुए इसे समाज को सुदृढ़ करने का जरिया बताया।
सादुलपुर राजगढ़ विधायक मनोज न्यांगली ने कहा कि समाज को मजबूत बनाने के लिए सभी 36 बिरादरियों का सहयोग जरूरी है। उन्होंने शिक्षा के साथ समाज की एकजुटता का संदेश दिया। बानसूर विधायक देवी सिंह शेखावत ने शिक्षा को संस्कारों से जोड़ने की अपील की और कहा कि यही हमारे समाज की असली ताकत है।
युवा भाजपा नेता अभिमन्यु सिंह राजवी ने कहा कि राजपूत समाज की महिलाओं को अपने पूर्वजों द्वारा दिए गए संस्कारों और योगदान के बारे में नई पीढ़ी को जागरूक करना चाहिए। उन्होंने युवाओं से अपने व्यक्तित्व निर्माण के लिए शिक्षा के साथ समाज सेवा का महत्व समझने की अपील की।
युवाओं का मार्गदर्शन और चिंताएं
तहसीलदार बीपी सिंह ने युवाओं का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि शिक्षा और संस्कार समाज के स्तंभ हैं, जो आने वाली पीढ़ी को नई ऊंचाइयों तक पहुंचा सकते हैं। वहीं, राजपूत सभा के जिला अध्यक्ष बृजेंद्र सिंह ने समाज के प्रतिनिधियों और अधिकारियों से अपेक्षित सहयोग नहीं मिलने पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि समाज के छात्रों को ईडब्ल्यूएस (आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग) श्रेणी में छात्रवृत्ति के लिए अलग से बजट का प्रावधान किया जाना चाहिए।
शिक्षा के प्रचार-प्रसार पर जोर
समारोह में उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों ने शिक्षा को बढ़ावा देने और इसे समाज के हर वर्ग तक पहुंचाने की आवश्यकता पर बल दिया। वक्ताओं ने कहा कि समाज की प्रगति के लिए शिक्षा और संस्कार दोनों का संतुलन आवश्यक है। इस अवसर पर छात्रवृत्ति, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी, और करियर मार्गदर्शन जैसे विषयों पर भी चर्चा हुई।
सम्मानित प्रतिभाएं और प्रमुख अतिथि
कार्यक्रम में 250 से अधिक छात्र-छात्राओं को प्रमाण पत्र और प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया गया। इस दौरान जयपुर से प्रताप सिंह राजावत, गोपाल सिंह, बबीता कंवर, प्रियंका, गुमान सिंह, महावीर सिंह, उदय सिंह, नरेंद्र सिंह, और राजेश सिंह समेत कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
समारोह में पूर्व केंद्रीय मंत्री महाराज जितेंद्र सिंह, बानसूर विधायक देवी सिंह शेखावत, सादुलपुर विधायक मनोज न्यांगली, तहसीलदार बीपी सिंह, और अन्य अधिकारियों ने अपने विचार रखे।
भविष्य की योजनाएं
समारोह के अंत में राजपूत सभा ने युवाओं के लिए विशेष शैक्षिक योजनाएं शुरू करने और ईडब्ल्यूएस वर्ग के लिए बजट आवंटन की मांग को प्रमुखता से उठाया। इस अवसर पर प्रतिभाशाली छात्रों को बेहतर करियर अवसर प्रदान करने के लिए नए कार्यक्रम शुरू करने की योजना भी बनाई गई।
राजपूत समाज का यह प्रतिभा सम्मान समारोह न केवल युवाओं को प्रेरित करने का मंच बना, बल्कि शिक्षा और संस्कारों के महत्व को रेखांकित करते हुए समाज को एकजुट रखने का संदेश भी दिया।